मुकुल देव एक जाने-माने भारतीय अभिनेता, मॉडल और लेखक थे। ये हिंदी, पंजाबी, बंगाली, मलयालम, कन्नड़ और तेलुगु फिल्मों में भी काम करते थे। अपना करियर उन्होंने टीवी शो ‘मुमकिन’ से शुरू किया और फिर 1996 में फिल्म ‘दस्तक’ से बॉलीवुड में कदम रखा। उनकी एक्टिंग इतनी जबरदस्त थी कि उन्हें ‘यमला पगला दीवाना’ फिल्म के लिए 7वां अमरीश पुरी अवॉर्ड भी मिला। मुकुल देव ने ‘फियर फैक्टर: खतरों के खिलाड़ी’ के सीजन 1 में हिस्सा लिया और उसे जीत भी गए। लेकिन अफसोस की बात ये है कि 54 वर्ष की आयु में 23 मई 2025 को उनका देहांत हो गया।
1. जन्म और शुरुआती जीवन
मुकुल देव का जन्म 17 सितंबर 1970 को नई दिल्ली के एक पंजाबी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम हरि देव है जो दिल्ली पुलिस में पूर्व सहायक पुलिस आयुक्त के पद पर थे, जिनका 2019 में 91 साल की आयु में निधन हो गया। मुकुल देव अपने बड़े भाई राहुल देव, जो खुद एक जाने-माने अभिनेता और मॉडल हैं, के छोटे भाई थे। इनके साथ एक बहन भी थी।
2. शिक्षा
मुकुल देव ने अपनी शुरुआती पढ़ाई दिल्ली के नामी स्कूल सेंट कोलंबस स्कूल से की थी। बचपन से ही उनका रुझान एक्टिंग और स्टेज की तरफ था। आठवीं क्लास में उन्होंने एक स्कूल नाटक में हिस्सा लिया था, जो उनके एक्टिंग सफर की पहली झलक थी। स्कूल के बाद उन्होंने पायलट बनने का सपना देखा और इसके लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी से पायलट की ट्रेनिंग भी ली। लेकिन उनका दिल तो एक्टिंग में ही लगा रहा, और इसी पैशन ने उन्हें ग्लैमर की दुनिया में ले आया।
3. परिवार
मुकुल देव की ज़िंदगी में उनका परिवार बहुत खास था, लेकिन उनकी निजी ज़िंदगी में कुछ ऐसे दुख भरे मोड़ आए जिन्होंने उन्हें अंदर से तोड़ दिया। उनके पिताजी हरि देव और माँ – दोनों ही इस दुनिया में अब नहीं हैं। उनके माता-पिता का निधन मुकुल के लिए बहुत बड़ा सदमा था।
मुकुल ने शिल्पा देव से शादी की थी, लेकिन साल 2005 के आसपास उनका तलाक हो गया। इस रिश्ते से उनकी एक प्यारी बेटी सिया है, जो अब 22 साल की हो चुकी है। तलाक के बाद शिल्पा, सिया को अपने साथ ले गईं, जिससे मुकुल और उनकी बेटी के बीच दूरी आ गई। यह दूरी, ऊपर से माँ-बाप की मौत – इन सबने मुकुल को अंदर से भावनात्मक तौर पर बहुत कमजोर कर दिया था।
4. फिल्मी करियर और रियलिटी शोज़
मुकुल देव ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत साल 1996 में टीवी शो मुमकिन से की थी, जिसमें उन्होंने विजय पांडे का किरदार निभाया था। इसके बाद वे दूरदर्शन के मजेदार कॉमेडी शो एक से बढ़कर एक में नजर आए, जिससे उन्हें अच्छी पहचान मिली।
धीरे-धीरे उन्होंने टीवी की दुनिया में अपनी पकड़ मजबूत की और कहानी घर घर की, कहीं दिया जले कहीं जिया, घरवाली उपरवाली, और भाभी जैसे मशहूर सीरियल्स में दमदार रोल निभाए। मुकुल का एक्टिंग स्टाइल सीधा, सच्चा और असरदार था, जो दर्शकों को बहुत पसंद आया।
इसके बाद वे किला (1998), वजूद (1998), कोहराम (1999), सन ऑफ सरदार (2012), जय हो (2014) और यमला पगला दीवाना (2011) जैसी कई बड़ी फिल्मों में नजर आए। उनकी आखिरी फिल्म अंत: द एंड (2022) थी।
मुकुल हिंदी फिल्मों तक ही सीमित नहीं रहे, बल्कि उन्होंने पंजाबी, बंगाली, मलयालम, कन्नड़ और तेलुगु फिल्मों में भी दमदार किरदार निभाए। उनकी यही बहुमुखी प्रतिभा थी, जिसने उन्हें 60 से भी ज्यादा फिल्मों और ढेरों टीवी शोज़ में जगह दिलाई।
टीवी रियलिटी शोज़ में भी उन्होंने खुद को साबित किया। फियर फैक्टर: खतरों के खिलाड़ी सीजन 1 में हिस्सा लिया और विजेता बनकर सामने आए। इसके अलावा, वे डांस रियलिटी शो में भी नजर आए, जहाँ दर्शकों को उनका अलग ही अंदाज़ देखने को मिला।
5. कुल संपत्ति
मुकुल देव की कुल संपत्ति को लेकर अलग-अलग रिपोर्ट्स में अलग-अलग आंकड़े बताए गए हैं, लेकिन माना जाता है कि उनकी नेट वर्थ करीब ₹42 करोड़ रुपये के आस-पास थी। उन्होंने ये संपत्ति अपने एक्टिंग करियर, टीवी शोज़, रियलिटी प्रोग्राम्स और कुछ अन्य प्रोजेक्ट्स से कमाई थी।
6. निजी जीवन और चुनौतियां
मुकुल देव की ज़िंदगी बाहर से भले ही चमकदार दिखती हो, लेकिन अंदर से उन्होंने कई मुश्किल दौर देखे। पत्नी शिल्पा से तलाक के बाद, उनकी बेटी सिया से जो दूरी बनी, वो उनके दिल पर गहरा असर छोड़ गई। ऊपर से माता-पिता का निधन, इन सबने मुकुल को अंदर से तोड़ दिया।
उनके करीबी दोस्तों और साथ काम करने वाले लोगों—जैसे विंदू दारा सिंह—का कहना है कि अपने आखिरी सालों में मुकुल ने खुद को दुनिया से काफी हद तक अलग कर लिया था। वे ज़्यादा बाहर नहीं निकलते थे, न ही किसी से अपनी तबीयत या मन की बात शेयर करते थे। उनकी चुप्पी और अकेलापन कहीं न कहीं उनकी हालत को और बिगाड़ता गया।
7. प्रमुख फिल्में और टीवी शो
श्रेणी | नाम | वर्ष |
---|---|---|
फिल्म | दस्तक | 1996 |
फिल्म | यमला पगला दीवाना | 2011 |
फिल्म | सन ऑफ सरदार | 2012 |
फिल्म | जय हो | 2014 |
टीवी शो | मुमकिन | 1996 |
टीवी शो | कहानी घर घर की | 2000-2008 |
टीवी शो | खतरों के खिलाड़ी सीजन 1 | 2008 |
8. निष्कर्ष
मुकुल देव एक ऐसे कलाकार थे, जिन्होंने एक्टिंग की दुनिया में अपने हुनर और सादगी से खास पहचान बनाई। चाहे वो टेलीविजन हो या बड़े परदे की फिल्में, मुकुल ने हर किरदार को ईमानदारी और शिद्दत से निभाया। दस्तक से शुरू हुई उनकी फिल्मी यात्रा यमला पगला दीवाना जैसे हिट फिल्मों तक पहुंची, जो उनके जुनून और मेहनत का साफ़ सबूत है।
हालांकि, उनकी निजी ज़िंदगी आसान नहीं रही। तलाक, बेटी से दूरी, और माता-पिता का साथ छूटना – इन सबने उन्हें अंदर से तोड़ दिया। धीरे-धीरे वे अकेलेपन की ओर बढ़ते गए, और 54 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। उनका जाना वाकई में बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा झटका है।
उनकी यादें और उनका काम हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे। उनकी बेटी सिया और भाई राहुल देव उनके परिवार की विरासत को आगे बढ़ाते रहेंगे।